पुस्तकमाला की विशेषताएँ:
- पाठों को चार खंडों में विभाजित किया गया है।
- प्रत्येक खंड के प्रारंभ में अध्यापन संवेत दिए गए हैं। ये अध्यापन संवेत मूल पाठों और अभ्यास प्रश्नों से संबंधित हैं।
- पाठों का संकलन करते समय साहित्य की विभिन्न विधाओं को ध्यान में रखा गया है।
- प्रत्येक खंड के अंत में व्याकरण ज्ञान, श्रुतलेख और कार्य-पुस्तिका दी गई हैं। इनका उद्देश्य बच्चों के भाषा-कौशल को समृद्ध करना है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु मौलिक जीवन-कौशलों पर बल देने की बात कही है। पुस्तक-निर्माण करते समय इन जीवन-कौशलों को विशेष ध्यान में रखा गया है।