Description
भाषा के समेकित एवं सुव्यवस्थित ज्ञान का आधार व्याकरण है। भाषा को सीखने–समझने
तथा उसे आत्मसात करने हेतु व्याकरण की पुस्तक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करती है। इसी
भाव को ध्यान में रखते हुए सुजन हिंदी व्याकरण तथा रचना की पुस्तक माला तैयार की गई है।
सरल भाषा में लिखी गई सुजन पुस्तक माला में व्याकरण के विभिन्न अंगों का क्रमबद्ध
ज्ञान कराया गया है। इसके लिए पाठों में मुख्य विषय–वस्तुओं को उदाहरण देकर समझाया गया है।
पाठों के साथ दिए गए अभ्यास–प्रश्न विविधता लिए हैं। इनमें मौलिक एवं लिखित प्रश्नों के
अतिरिक्त रचनात्मक प्रश्न भी पूछे गए हैं।
सुजन पुस्तक माला में व्याकरण के अतिरिक्त व्यावहारिक रचना के पाठ भी समाहित
किए गए हैं। इन पाठों में विषय–वस्तु का चयन सावधानीपूर्वक किया गया है ताकि
बच्चे न बोर हों और उनकी रचनात्मकता को गति मिले।
आशा है, सुजन पुस्तक माला पढ़ने–पढ़ाने की दृष्टि से उपयोगी साबित होगी।